तुझे देखने खिड़की से झाँके नैन इंतजार की रुत में बैठे चाहे जितना शोर मचा हो तुझे देखने खिड़की से झाँके नैन इंतजार की रुत में बैठे चाहे जितना शोर मचा ह...
कम शब्दों में ज्यादा बातें । कम शब्दों में ज्यादा बातें ।
जो भी हो नई यात्रा नये वस्त्र नया सब कुछ ! जो भी हो नई यात्रा नये वस्त्र नया सब कुछ !
संघी या मय या घृणा से संघी या मय या घृणा से
कभी साफ़ स्वच्छ मन की आंखों से देखो पवित्र दिल की पवित्र भावना से देखो कभी साफ़ स्वच्छ मन की आंखों से देखो पवित्र दिल की पवित्र भावना से देखो
जब घर से निकलते हैं तो एक अलग रूप में ढल जाते हैं दोस्तों के सामने कुछ और दुश्मनो जब घर से निकलते हैं तो एक अलग रूप में ढल जाते हैं दोस्तों के सामने कुछ ...